हमे खुद पर विश्वास है ,
चाहे वो हमारा एट्टीट्यूड या झूठी आस है,
सम्मान के साथ रिश्ते का एहसास है ,
बात भी वही करते जिसपर विश्वास है ,
शांत हूँ आज भी खोए हुए रिश्ते नहीं पास है।
हमे खुद पर विश्वास है ,
आंखे मूंद कर चल दूँ साथ हरपल
पल भर में न टूटे वही अपना ख्यालात है।
रुह ए तन्हाई आज भी हवालात है
ज़िक्र नहीं, कभी किसी का फ़िक्र नहीं
फूलों की नहीं जड़ों की जानते औकात हैं.
हमे खुद पर विश्वास है ,
आधार वही जो हमारे पास है
मानो तो ख़ुदा - नहीं तो शैतान भी नहीं
श्मशान ही आखिरी वास है।
फिर सुनील इंसान भी कौन ख़ास है
हमे खुद पर विश्वास है ,