शुक्रवार, 3 अक्टूबर 2014

Re-Birth Of Radio आ गए अच्छे दिन


आ गए अच्छे दिन
रेडियो का सही उपयोग आज़ादी (पूर्व और बाद)  के लिए भी और सामाजिक बुराइयों  को दूर करने के लिए भी सही मायने में सबसे पहले राष्ट्रपिता ने संवाद शुरू किया। साल 1947 देश आजाद हुआ 15 अगस्त की आधी रात ,प्रधानमंत्री नेहरू का पहला भाषण रेडियो पर, जाहिर की  थी आज़ादी की ख़ुशी ,साल 1948 में देश के लिए दी थी बुरी खबर,पंडित नेहरू ने जब बापू की रुक गई थी साँस ,असमजस के माहौल में नेहरू जी के दौर के बाद लाल बहादुर शास्त्री ने दिया अमर नारा -किया था रेडियो पर संवाद मेरा निवेदन है की हम सब पहले भारतीय है फिर कुछ  और ;;;; फिर दौर बदला रेडिओ पर इंदिरा जी ने हरित क्रांति पर बल दिया युवाओं को दिया था सन्देश ,ये देश महान है इस देश में एकता की झलक है ,एकता की शक्ति ही देश को उन्नति के शिखर पर पहुंचा सकती है ,1984 में इंदिरा की हत्या के बाद देश में माहौल था उथल पुथल का ,जब राजीव गांधी जी ने  37 साल बाद रेडियो पर संवाद दिया -भारत आज जहाँ पहुंचा है ,उसमे जनता की ताकत होती है ,जनता का साथ होता है ,राजीव जी के समय में दौर टीवी का शुरू होता गया ,लेकिन राजीव जी के बाद रेडियो विलुप्त सा होता गया ,लेकिन कहते है , OLD IS ALWAYS GOLD  ,, 3 अक्टूबर 2014 पीएम मोदी की मन की बात ,हर घर में एक खादी का कपडा जरूर हो ताकि गरीब को रोटी मिल सके। . … अगर मेरी पंक्तियों में कोई त्रुटि रही हो तो उसके लिए मै सुनील कुमार हिमाचली क्षमा चाहता हूँ।