आज कल कोई भी कहीं भी कुछ भी बोल जाता है | शायद हमारे संविधान ने जो हमें बोलने का और लिखने का अधिकार
दिया है, उसका हम पूरा का पूरा फायदा उठा रहे है | बेशक कोई दोराय नही किसी को भी
चार से ज्यादा अपने मौलिक और नैतिक अधिकार याद नहीं होंगे अगर एकाएक पूछ लिया जाए |
हाँ- होंगे भी क्यूँ जिंदगी में कहने को तो कोई कुछ ख़ास नहीं कर रहा , बस वक्त ही
रफ्तार पकडे हुए है|
सोनू निगम ने हाल ही में एक बयान दिया लेकिन कोई
नई बात नहीं है कि इस तरह का कोई यह पहला बयान है | अगर मै यहाँ बयां करने लगूं तो
शायद दो – चार नाम भूल जाऊं लेकिन आपको शायद दो – चार नाम कम पता होंगे कि किसने
कौन सा विवादित बयान दिया| हाँ- यह भी है कि आपको 8-10 नाम ऐसे भी पता हो जो खासे
दिन मिडिया में सुर्खियाँ रहे और बहस का मुद्दा , क्यूंकि मुद्दा कोई भी हो –किस्सा
कोई भी उसपर राजनीती न गरमाए ऐसा कहाँ होता है|
अभी सोनू दा भी बोल पड़े हैं – लेकिन अब होगा
क्या, प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू होगा, राजनीती गर्माएगी – न्यूज़ पेपर और टीवी
चैनल की हैडलाइन बनेगी | अंत में होगा क्या ? बयान पर सोनू साहिब माफीनामा जाहिर
कर देंगे | लेकिन वो अब अपने बयान को न
बदल सकते है और न ही बयां कर सकते है वो विचार शायद जिसको वो बोल न सके. हो भी
सकता है वो कहना कुछ और चाहते हों लेकिन शब्द न सूझे हों – एक सरल सा रास्ता न
मिला हो |
बात ये भी है कि अगर लाऊड स्पीकर का एक सही मानक तय कर दिया जाए तो भी बेहतर है |
ताकि जो बात अस्पताल और स्कूल के बहार लिखी होती है – हॉर्न न बजाए और शोर न मचाएं
| हाँ अगर ध्वनि का मानक मन्दिर, मस्जिद
और गुरुद्वारा में तय कर दिया जाए तो शायद उत्तम रहेगा| न कोई झिक झिक न कोई
परेशानी |
लेकिन सोनू जी मैंने कभी आपका घर तो नहीं देखा और
न ही मुझे पता है कि आपके घर के पास कोई
मस्जिद, गुरुद्वारा, या कोई मन्दिर है| लेकिन अगर सुबह आपको उठने में दिक्कत है तो
इसमें समाज कुछ नहीं कर सकता | करना आपको ही पड़ेगा | समाज में हर कोई अपने विचारो
से जीता है | लेकिन आपके बयान की निंदा करूँ तो सही रहेगा, क्यूंकि आपको अपनी नींद
प्यार है – और शायद आप भूल गए कि नींद और निंदा शायद इंसान को कभी आगे नहीं बढ़ने
नहीं देती | अब आपके भी अपने विचार है – जो कहना कहिए लेकिन ऐसा कुछ न कहिए की वो
जन मानस के हित में न हो | और हमारी तो यही राय
है कि आप अगर जल्दी उठा करें तो शरीर और स्वास्थ्य भी सही रहेगा |
वैसे भी एक नेता और अभिनेता को ऐसा बयान देने से
पहले सोचना जरुर चाहिए | नेता वोट बैंक के लिए और अभिनेता फैन्स के लिए | चलो भाई
अब आपके विचार है जो कहा सही कहा – लेकिन आपने जनाब अपनी समझ से और जिसने आपके
बयान को जितना समझा वो भी अपनी समझ से |
क्यूंकि विचारों का आदान-प्रदान करते रहना चाहिए
| ताकि कुछ तो किसी के विचार से देश को नयी दिशा मिलेगी –जिससे हमारे देश की दशा में थोडा सुधार हो सके
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