हम नहीं सुधरेंगे- नेता विरोधी हैं विरोध में गुणगान करते रहेंगे
ਨੇਤਾ ਵਿਰੋਧੀ ਹੋ ਤਾਂ ਕਿ ਵਿਰੋਧ ਚ ਹੀ ਬੋਲੋਗੇ - पंजाबी में इसलिए लिखा ताकि पंजाब के उन नेताओं को समझ में आए आज सिद्धू के हक में नहीं विरोध में स्वर उंचे किए हुए है. वो भी इसलिए की वो पाकिस्तान गए इमरान खां के प्रधानमंत्री पद की शपथ के समागम में शरीक होने. इसी बीच दौरे के शुरु होने से दौरे के खत्म होने तक कुछेक नेता सिद्धू के खिलाफ नजर आए यहां तक की गोदी मीडिया भी इसमें कोई मसाला लगाने से पीछे नहीं रही. सबने सिद्धू की एक-एक तस्वीर को ऐसे दिखाया हो जैसे दोबारा जनाब इन्हें हाथ आने का मौका नहीं देंगे,
लेकिन गुरु तो दौरा शुरु होने से पहले ही कह चूके थे कि कहने वाले तो कहते रहेंगे और वो पाकिस्तान दोस्ती के नाते जा रहे हैं. हालांकि पाकिस्तानी मीडिया को भी संबोधित करते हुए उन्होंने यही कहा कि यहां वो राजनीतिक संबंधों के चलते नहीं आए हैं. चलिए सिद्धू साहब का दौरा तो हो गया और उनके कलेजे भी ठंड पड़ गई जिन्होेने दौरा का विरोध किया प्रदर्शन किया यहां तक की शिवसेना ने नवजोत सिंह सिद्ध का पुतला भी जलाया.
अब लेख में कहेंगे कि सिद्ध होता है कि के पक्ष में लिख रहे हैं, अरे जनाब सदन में कभी हमारे और से चुने हुए नुमाइंदे एक नहीं. बाहर हम लोग एक नहीं. किताबों में खूब लिखा जाता है एकता में बल , अब कोई हल निकाल रहा है एकता और प्यार का तो उसके भी उंगली किए जाओ. अगर उंगली करने पर भी कम रह जाए तो मसला गर्म और तीखी मिर्ची लगा कर पेश करते हैं. अब कर लो व्यापार और पड़ोसी से प्यार , पड़ोसी के प्रति अपनी नियत और नीति कितनी साफ है ये तो कर नहीं पाते फिर कहोगे पड़ोसी ने सिर पर पत्थर मार दिया.
वैसे अब सब प्रत्यक्ष है -
खड़ा कर दो चाहे सर्वोच्च न्यायालय के कटघरे में
उंगुलियों की पंखुड़ियो पर रहता है हुक्मरानो के बयानों का हिसाब
#ImranKhan
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ਨੇਤਾ ਵਿਰੋਧੀ ਹੋ ਤਾਂ ਕਿ ਵਿਰੋਧ ਚ ਹੀ ਬੋਲੋਗੇ - पंजाबी में इसलिए लिखा ताकि पंजाब के उन नेताओं को समझ में आए आज सिद्धू के हक में नहीं विरोध में स्वर उंचे किए हुए है. वो भी इसलिए की वो पाकिस्तान गए इमरान खां के प्रधानमंत्री पद की शपथ के समागम में शरीक होने. इसी बीच दौरे के शुरु होने से दौरे के खत्म होने तक कुछेक नेता सिद्धू के खिलाफ नजर आए यहां तक की गोदी मीडिया भी इसमें कोई मसाला लगाने से पीछे नहीं रही. सबने सिद्धू की एक-एक तस्वीर को ऐसे दिखाया हो जैसे दोबारा जनाब इन्हें हाथ आने का मौका नहीं देंगे,
लेकिन गुरु तो दौरा शुरु होने से पहले ही कह चूके थे कि कहने वाले तो कहते रहेंगे और वो पाकिस्तान दोस्ती के नाते जा रहे हैं. हालांकि पाकिस्तानी मीडिया को भी संबोधित करते हुए उन्होंने यही कहा कि यहां वो राजनीतिक संबंधों के चलते नहीं आए हैं. चलिए सिद्धू साहब का दौरा तो हो गया और उनके कलेजे भी ठंड पड़ गई जिन्होेने दौरा का विरोध किया प्रदर्शन किया यहां तक की शिवसेना ने नवजोत सिंह सिद्ध का पुतला भी जलाया.
अब लेख में कहेंगे कि सिद्ध होता है कि के पक्ष में लिख रहे हैं, अरे जनाब सदन में कभी हमारे और से चुने हुए नुमाइंदे एक नहीं. बाहर हम लोग एक नहीं. किताबों में खूब लिखा जाता है एकता में बल , अब कोई हल निकाल रहा है एकता और प्यार का तो उसके भी उंगली किए जाओ. अगर उंगली करने पर भी कम रह जाए तो मसला गर्म और तीखी मिर्ची लगा कर पेश करते हैं. अब कर लो व्यापार और पड़ोसी से प्यार , पड़ोसी के प्रति अपनी नियत और नीति कितनी साफ है ये तो कर नहीं पाते फिर कहोगे पड़ोसी ने सिर पर पत्थर मार दिया.
वैसे अब सब प्रत्यक्ष है -
खड़ा कर दो चाहे सर्वोच्च न्यायालय के कटघरे में
उंगुलियों की पंखुड़ियो पर रहता है हुक्मरानो के बयानों का हिसाब
#ImranKhan