दिल और दिमाग के प्यार हज़ारों देखे
लेकिन महसूस हुआ तो रूह राज का
खफा लाख सही ज़िन्दगी हमसे
मोहताज़ हो गया हूँ आप का
कदर नहीं है हमे शायद
प्यार है भी लेकिन कबूल नहीं
यही है एहसास आज का
नशा नहीं तेरे हुस्न का कोई
मुरीद हो गया हूँ तेरी एक बात का
फर्क किसी को पड़ेगा नहीं
दो पल बहेगा आंसू जजबात का
मेरी आंख से नहीं छलका
शायद नसीब ही नहीं पानी देह ए राख का
लेकिन महसूस हुआ तो रूह राज का
खफा लाख सही ज़िन्दगी हमसे
मोहताज़ हो गया हूँ आप का
कदर नहीं है हमे शायद
प्यार है भी लेकिन कबूल नहीं
यही है एहसास आज का
नशा नहीं तेरे हुस्न का कोई
मुरीद हो गया हूँ तेरी एक बात का
फर्क किसी को पड़ेगा नहीं
दो पल बहेगा आंसू जजबात का
मेरी आंख से नहीं छलका
शायद नसीब ही नहीं पानी देह ए राख का
माफ़ करना गुस्ताखी होगी कोई
गिला लाख सही साकी उदासी नहीं कोई
गिला लाख सही साकी उदासी नहीं कोई