मंगलवार, 11 फ़रवरी 2014

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सरकारी दफ्तरों के चक्कर से व् रिश्वत से मुक्ति दिलाएगा पंजाब सेवा अधिकार   

 भारत के हर एक नागरिक का मौलिक अधिकार  है सुचना का अधिकार। अभी भी बहुत  से ऐसे लोग है जिन्हे इस कानून के बारे में   पूरी जानकारी हासिल नहीं है  इस कानून की  मदद से कोई भी व्यक्ति  किसी भी विभाग में उसके   काम के ना होने की जानकारी महज 10 रूपए में सूचना  का अधिकार कानून के तहत मांग सकता है सूचना का अधिकार 2005 अधिनियम भारत में भर्ष्टाचार कम करने व् सरकारी कामो में पारदर्शता  लाने के लिए लाया गया है पंजाब सरकार ने  पंजाब सेवा  अधिकार एक्ट 2 011 को  लोग के कामो को बिना किसी रूकावट व् बिना रिश्वत के  लोगो को उपलब्ध करवाने के लिए बनाया है  अपनी इस सेवा  को  पहले से बेहतर बनाने   के लिए पंजाब सरकार ने  नेशनल इन्फार्मेटिक सेंटर  के द्वारा   एक सॉफ्टवेयर तैयार करवाया है जो 15 फरवरी से लोगो के सामने होगा इस सॉफ्टवेयर पर काम करने की जानकारी के लिए एक्ट से जुड़े अधिकारियो को  दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया चंडीगढ़ में महात्मा गांधी स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में प्रेस वार्ता के दोरान डॉ दलबीर सिंह वेरका ने बताया कि इस एक्ट के बारे में लोगो को जागरूक करने के लिए कमिशनर  व् समूह कमिशनरों  की तरफ से राज्य के सभी जिलो के दौरे  कर लोगो को जागरूक किया जा रहा है इस एक्ट को प्रभावशाली बनाने के लिए जिले से आये सभी विभागो के मुखियों को  सॉफ्टवेयरकी ट्रैनिंग दी जा रही है  इस सॉफ्टवेयर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस सॉफ्टवेयर की  मदद से  घर बैठे कोई भी व्यक्ति अपनी शिकायत की कार्यवाई के बारे में जान सकता  है  अधिकारी कि काम करने  का  समय भी निश्चित कर दिया गया है अगर कोई अधिकार समय रहते काम नहीं करता तो उसे 250 रुपये एक दिन के हिसाब से जुर्माना व् 500 से 5000 तक का दंड देने का प्रावधान किया गया है इस सॉफ्टवेयर को सबसे पहले पायलट जिले मोहाली में लगाया जायेगा फिर बाद में पंजाब के सभी जिलो व् शहरो में इस सॉफ्टवेयर का इस्तमाल किया जायेगा 15 फरवरी को   इस वेब साईट को  लॉन्च कर  दिया जायेगा  जिस से कोई भी व्यक्ति अपनी शिकायत की  स्थिति वेबसाइट के जरिये चेक  कर सकता है  सरकार ने सुचना के अधिकार अधिनियम के तहत इस   वर्ष   अपनी 149 सेवायो में 7 सेवाए और शामिल कर दी  है जिसमे कृषि ,स्कूल शिक्षा,उच्च शिक्षा बिजली विभाग ,पेंशन,आदि शामिल  है   इस वेबसाइटwww.prscpunjab.gov.in    के जरिये लोग अपनी शिकायतो के काम के बारे में जान सकेंगे 

book loozer kahin ka

 'लूज़र कहीं का' कॉन्डम से भी सस्ते फ़ोन कॉल;दुबे 
चंडीगढ़(सुनील):आज कल जिस तरह कि जीवन शैली है उसी तरह के  साहित्य की भी झलक अब देखने को नही बल्कि सही मायनों में पढने को मिलेगी।नई पीढ़ी के बोल-चाल और व्यवहार की बातें और किस्से पहले भी लिखे जाते थे ,आज के नवयुवक के सामने जो कष्ट है जिस भाषा का प्रयोग हम रोजाना की गतिविधियों में करते है उसी के आधार पर ,छात्र वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हुए दोनों भाषाओं को बरावर का दर्जा देकर लेखक पंकज दुबे ने पुस्तिका"लूजर कहीं का"लिखी है।  जिस पर आने वाले समय में वह फ़िल्म भी बनाएंगे। 
  नगरबाणी से हुई प्रेसवार्ता में पंकज दुबे ने कहा कि मैंने अपने करियर की शुरुआत बीबीसी से की उसके बाद दो शॉर्ट फ़िल्म ,2013 में बनी फ़िल्म 'घनचक्र'में मैंने स्क्रिप्ट सुपरवाइजर का व आने वाली फिल 'चौरन्गा' में काम किया है।इस पुस्तिका से पहले में दो और पुस्तिकाएं लिख चूका हूँ।लूजर कहीं का पुस्तिका मैंने विशेष तौर पर विद्यार्थियों टिप्पणी करते हुए उनकी ज़िंदगी के हिस्से को इस पुस्तिका में संजोया है। जब कोई छोटे शहर से बड़े शहर में आता है तो कैसे ,किस तरह से वे सर्वाइव करता है।जिसकी कहानी दिल्ली यूनिवर्सिटी में उतरी भारत के इलाकों से आये विद्यार्थियों के इर्द-गिर्द गुमती है।उनके सामने क्या-क्या मुश्किलें आती है कैसी अपनी पहचान बनाते है कैसी बाते करते है।दुबे ने कहा कॉन्डम से भी सस्ते आजकल फ़ोन कॉल हो गये है,ऐसी कुछ बाते है जो हमे अपने दोस्तों से भी करते है। इसी तरह के किस्सों का जिक्र पुस्तिका में किया गया है क्योंकि हर कोई लूज़र है, लूजर काम  हर कोई करता है।मेरा मुख्य उदेश्य लोगों का मनोरजन करना है जो कभी किताबें नहीं पढ़ता हो वह भी लूज़र कहीं का पढ़े।क्योकि इसमे खाश बात है आजकल की आम भाषा और बातों को खाश बनाया गया है। 

poem

अक्षर-ए-दस्तान्

तू पवन का झोंका है 
बहता हुआ पानी,
करता कौन बचपन कि बातें 
कौन करता है नादानी,
 कसूर किसका है?
नशा हमने किया 
इल्जाम शराब को दिया ,
हम तड़फते रहे तन्हाइयों में 
बो करवटें लेते रहे रजाइयों में,
कशुर हमारा नही था शाकी 
उनका ही था। 
जिनका चेहरा हमने 
जाम में तलाश लिया। 
किसी ने चाँद से 
किसी ने सूरज से 
हर किसी ने कि 
महोब्ब्त सूरत से। 
हमने तो जो भी किया 
इल्ज़ाम सबने हमे दिया ,
उठा ले कलम सुनील 
वक्त ने हमको बदल दिया 
अक्षर-ए-दस्तान् में जो व्यक्त किया।  

velntine day

चंडीगढ़(सुनील)वेलेंटाइन डे प्यार और रोमांस का एक त्योहार है, हर साल 14 फरवरी को और अमेरिका , ब्रिटेन , कनाडा , जापान , फ्रांस , चीन और भारत सहित दुनिया भर के कई देशों में मनाया जाता है.  कहा जाता है एक ईसाई संत की शहादत की स्मृति के रूप में यह त्योहार थोड़ा धार्मिक महत्व रखता है वर्तमान समय में, वेलेंटाइन दिवस ने धर्मनिरपेक्ष और वैश्विक स्वाद ग्रहण कर लिया है और सभी उम्र और जातियों के लोगों द्वारा मनाया जाता है. ध्यान देने योग्य कारक है कि वर्तमान समय में, वेलेंटाइन दिवस क्रिसमस के बाद दूसरा सबसे बड़ा वेलेंटाइन डे कार्ड देने का दिन है प्रेम की अभिव्यक्ति के रूप में वेलेंटाइन डे पर प्यार के  अन्य उपहार के अलावा फूल, चॉकलेट उपहार देने की परंपरा भी है.यह दिन सिर्फ रोमांटिक प्रेम तक ही सीमित नहीं है . लोग अपने माता पिता , अध्यापकों , भाई बहन, दोस्तों , प्रेमिकाओं या विशेष और उन्हें प्रसन्न करने के लिए उनके साथ वेलेंटाइन दिवस अभिवादन का आदान प्रदान . वेलेंटाइन डे पर प्यार को व्यक्त करने का सबसे आम तरीका पत्ते, फूल और चॉकलेट का आदान प्रदान के माध्यम से है .

लोग क्या करते हैं?
भारत अच्छी तरह से प्राचीन परंपराओं से भरा एक संस्कृति के रूप में जाना जाता है. हिंदू संस्कृति पश्चिमी दुनिया के आदर्शों के कई विपरीत है . वेलेंटाइन दिवस समारोह में भारत के रूढ़िवादी धार्मिक पृष्ठभूमि के साथ संघर्ष करने के लिए जाना जाता है.आज दुनिया में ज्यादातर लोगों की तरह , भारत के पुरुषों और महिलाओं,विशेष रूप से युवा जोड़े,एक बड़े पैमाने पर वेलेंटाइन डे मनाते है वह उनके बारे में कैसा प्यार महसूस करते है होटल और रेस्तरां पूरी तरह से व्यस्त होते है और प्रेमी जोड़े एक दूसरे के लिए अपने प्यार का जश्न मना रहे होते है , इस दिन उपहार और कार्ड की बिक्री दुकानों में विशेष रूप से गुलाब के फूल , दिल, कामदेव और प्रेम के पंछी की वेलेंटाइन दिवस प्रतीकों के साथ सजाया जाता है . कार्ड और उपहार  त्योहारों के लिए प्रचार पैदा करते हैं. 14 फरवरी को , प्रेम की भावना का बहुत माहौल व्याप्त होता है . प्रेमी जोड़े पार्क, रेस्तरां , मॉल और मल्टीप्लेक्स हाथ पकड़े हुए हैं और एक दूसरे के लिए प्यार व्यक्त करते हैं.

सार्वजनिक जीवन
वेलेंटाइन दिवस न ही एक सार्वजनिक और न ही एक निजी छुट्टी है।  सभी कार्यालय, स्कूल , कॉलेज,सरकारी और निजी संस्थान इस दिन खुले रहतें है . लेकिन सभी लोग इस दिन का आनंद लेना चाहते हैं वह अपने साथी के साथ जश्न मनाने के लिए एक निजी अवकाश लेते है .सार्वजनिक परिवहन भी पूरा दिन जोरों पर चलती है. कई प्रेमी जोडे के दिन का आनंद लेने के लिए बाहर जाते है। जिसके चलते कई स्थानों पर भारी यातायात भीड़ होती है.

संबद्ध 
वेलेंटाइन डे कुछ ही वर्षों में भारत मे तेजी से लोकप्रिय होता जा रहा है,भारत में बहुत से लोग मना रहे हैं विशेष रूप से युवा लोगों को ,यह त्यौहार प्रेम संबंधो के लिए खास मायने रखता है.
 लोकप्रिय वेलेंटाइन दिवस पर दिल प्यार का प्रतीक है कुछ खास चिह्न फूल, कामदेव , तीर, प्यार के पक्षी , रंग लाल और दिलों में शामिल हैं गुलाब का फूल,,विशेष रूप से लंबे समय तक प्यार के साथ संबद्ध किया गया है। 

विशेष 
वेलेंटाइन दिवस के रूप में बड़े पैमाने पर लोकप्रिय संत वेलेंटाइन दिवस साथी के बीच प्यार के बंधन को और भावना के उपलक्ष्य में 14 फरवरी को मनाया जाता है.यह अपनी प्रेमिका के प्रति अपने प्यार का इजहार करने के लिए एक अद्भुत क्षण है जो विचार युवाओं के बीच ज्यादा देखा जाता है.पोप Gelasius द्वारा 496 ई. में स्थापित या संत वेलेंटाइन व  ईसाई शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए , इस दिन आमतौर पर प्राचीन रोमन और ईसाई परंपरा और संस्कृति को दर्शाता है वेलेंटाइन दिवस के इतिहास के बारे में तथ्य अभी भी रहस्य में डूबा है सही मायने में अभी भी ज्ञात नही है.प्रेमी को वेलेंटाइन इच्छाओं , फूलों , ग्रीटिंग कार्ड और उपहार भेजने के द्वारा एक पारंपरिक फैशन दुनिया भर में मनाया जाता है. इस साल, प्रेमियों को अपने साथियों के प्रति उनके दिल की भावनाओं को व्यक्त करने के लिए शुक्रवार 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे 2014 का जश्न मनाया जाएगा .वेलेंटाइन दिवस पर प्यारा बधाई कार्ड और हाथ से लिखा नोट्स का आदान प्रदान प्रेम और अलग उपहार से स्नेह का एक तरीका  हैं . लेकिन समकालीन समय में , वेलेंटाइन डे एसएमएस, फेसबुक ,वत्सप्प्,अन्य खास तरीके से एक प्रेमिका को मनाने और उपहार भेंट करने के लिए लोकप्रिय तरीका हो गया है .

metro

सुनील)
चण्डीगढ़ मेट्रो विषय पर पिछले कुछ समय से ,राज्य सरकार ,केंद्र सरकार और दिल्ली मेट्रो रेल निगम अब तक 99 मीटिंग कर चुके है। जिसमे सिर्फ पत्र आदानप्रदान किये गये इस संबंध में अब तक कुल लागत 8 करोड़ रूपये आई है। इस परियोजना के लिए हरियाणा और पंजाब सरकार राशि का भुगतान  करने के लिएतैयार है। पंजाब कैबनिट ने मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए 1.427 करोड़ रूपये की मंजूरी भी दे दी है,साथ ही केंद्र सरकार भी मेट्रो परियोजना के लिए 50%तक का भुगतानकरेगी।चंडीगढ़ मेट्रो परियोजना के लिए मसौदा योजना राइट्स सरकारी एजेंसी द्वारा तैयार की गयी है। राइट्स की रिपोर्ट में चंडीगढ़ ,मोहाली और पंचकुला के लिएसात कॉरिडोर का प्रस्ताव किया है।
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शहरी विकास मंत्रालय द्वारा दी गयी मंजूरी "निम्नलिखित कॉरिडोर बनेंगे :-
1)मध्य मार्ग से खुड्डा लाहौर से पूर्व में आईटी पार्क तक ,जिसकी अनुमति लम्बाई 16.31 किमी। 
2)मोटर मार्किट से पंचकुला बस स्टैंड से होते हुए महेशपुर तक जिसकी लम्बाई 7.8 किमी। 
3)सुखना लेक से मोहाली रेलवे स्टेशन तक जिसकी लम्बाई 16.86किमी। 
4)यह कॉरिडोर दक्षिण मार्ग के साथ-साथ होगा और दद्दू माजरा से एअरपोर्ट तक बनेगा। 
5)आईटी पार्क से शुरू होकर मोहाली के सेक्टर 105 तक बनेगा। 
6)विद्या पथ से शुरू होकर दद्दू माजरा से होते हुए मोहाली के सेक्टर 93 तक.  
7)ज़ीरकपुर से होकर पंचकुला बस स्टैंड तक। 
   तय किया गया है कि मेट्रों प्रोजक्ट 2018 से शुरू हो जाएगा। जिसे पूरा होने में लगभग 30 वर्ष लग सकते है। जिसमे 30 स्टेशन होंगे,लाइनो की संख्या दो होगीजो रैपिड प्रकार के ट्रांज़िट पारागमन होंगे।मेर्टो की लम्बाई चार डिब्बों की होगी जिसमे सोलह वाहन प्रयोग में लाये जाएंगे।जिसमे अनुमानित रोजाना तीन लाख लोगसफर करेंगे। 
मेट्रो प्रणाली के पीछे दृष्टिकोण :-
>शहर और इसके क्षेत्र भर में यात्रा और कनेक्ट्वीटी में सुधर करने के लिए। 
>शहर  कस्वों के भीतर परिवहन गतिशीलता में सुधार करने की ज़रूरत।
>भूमि की कुशल व्यवस्था और परिवहन प्रणालियों की लगत यात्रा को अनुकूल करना। 
>दो पहिया  चार पहिया वाहनो कि निर्भता कम करना  विश्वसनीय परिवहन विकल्प की पेशकश करना।