आज से 11 अगस्त तक म्यांमार दौरे पर सुषमा स्वराज
विदेश मंत्री का
पड़ोसी देशों का यह चैथा दौरा
पडोशी देशों से
रिश्ते मजबूत करने की नीति की तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री
सुषमा स्वराज का विदेश मंत्रियों के साथ बैठकों का दौर जारी है। जिसके चलते आज से 11 अगस्त तक विदेश मंत्री सुषमा स्वराज म्यांमार
के दौरे पर है। जहाँ वे म्यांमार के विदेश मंत्री के साथ द्विपक्षीय रिश्तों पर
बात करने के अलावा आसियान और पूर्वी एशिया
के विदेश मंत्रीओ के साथ वार्ता करेंगी। केंद्र सरकार ने विदेशों से मेलजोल बढ़ाकर
कांग्रेस कड़ी मात भी दे रही है। अगर हम सत्ता के आने के बाद की वर्तमान केंद्र
सरकार की बात करे तो आज के विदेश मंत्री
के विदेशी दौरे से पहले भी विदेशी मंत्रियों का आवागमन भारत हुआ है। जससे
स्पष्ट रूप से जाहिर होता है की इससे भारत को काफी क्षेत्रो में लाभ पहुंचेगा।
चीन के विदेश मंत्री ने सुषमा स्वराज से की मुलाकात
वीओ1 - जीहां विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आज से 11 अगस्त तक म्यांमार का दौरे पर जा रहीं हैं...
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि सुषमा स्वराज का पड़ोसी देशों का यह चैथा
दौरा होगा। इसके पहले वह भूटान, नेपाल और
बांग्लादेश का दौरा कर चुकी हैं।चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भारत की नई सरकार
के साथ पहले उच्चस्तरीय मुलाकात में नई दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा
स्वराज से भेंट की और व्यापार एवं निवेश समेत प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने
के तरीकों पर चर्चा की।वांग चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के विशेष दूत के तौर पर
भारत की नई सरकार के साथ राजनीतिक संपर्क स्थापित करने यहां आए थे उनकी यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन
के साथ पूर्व परिचय के कारण द्विपक्षीय संबंधों में मजबूती लाने की उम्मीद के बीच
हुई थी। वांग और सुषमा की वार्ता के दौरान उनके शिष्टमंडल भी साथ थे, जिनमें विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल
रहे। अपनी दो-दिवसीय यात्रा में वांग राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की ।
वीओ 2 - बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सुषमा
स्वराज से मिलीं
विदेशमंत्री
सुषमा स्वराज ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात की और विभिन्न
महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।सुषमा स्वराज अपने बांग्लादेशी समकक्ष अबुल हसन
महमूद अली से चर्चा के बाद हसीना से मिलीं थी ।इस दौरे में किसी समझौते पर
हस्ताक्षर नहीं किया गया । इसे ‘सद्भावना यात्रा’
बताया गया था।
जिसका मकसद द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाना था ।
वीओ३ - सुषमा स्वराज ने अपनी नेपाल यात्रा को बेहद
सफल बताया
सुषमा ने नेपाल संयुक्त आयोग की 23 साल बाद की थी बैठक की सह-अध्यक्षता
भारतीय विदेश
मंत्री सुषमा स्वराज ने अपनी तीन दिन की नेपाल यात्रा को बेहद सफल बतायाथा। उनकी इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच
बिजली व्यापार समझौते के मसौदे को अंतिम रूप देने व 1950 की महत्वपूर्ण संधि की बदली परिस्थितियों के संदर्भ में
समीक्षा व उसमें समायोजन करने की सहमति बनी थी ।सुषमा ने नई दिल्ली के लिए रवाना
होने से पहले काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से
बातचीत में कहा, यह बेहद सफल
यात्रा रही थी । सुषमा ने 23 साल बाद हुई
भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता की थी ।उनकी इस यात्रा का एक
मकसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 3 अगस्त से दो दिन की नेपाल यात्रा की तैयारी भी था। कोई भारतीय प्रधानमंत्री 17 साल में पहली नेपाल यात्रा करने वाला है।
दिवंगत प्रधानमंत्री आईके गुजराल 1997 में नेपाल यात्रा पर आए थे।
वीओ 4 - कैरी से मुलाकात
पर सुषमा
जासूसी का मुद्दा उठाया
ऐसी जासूसी स्वीकार्य नहीं है-सुषमा
विदेश मंत्री
सुषमा स्वराज ने कैरी से मुलाकात पर कहा कि उन्होंने दौरे पर आए अमेरिकी विदेश
मंत्री जॉन केरी के सामने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जासूसी किए जाने का
मुद्दा उठाया और इसे लेकर भारतीय जनमानस में गुस्से से अवगत कराया था ।सुषमा
ने केरी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन
को संबोधित करने के दौरान कहा, "अमेरिका का यह कारनामा हमें पूरी तरह से नामंजूर है क्योंकि हम दोनों ही मित्र
राष्ट्र हैं।"
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