रविवार, 21 जून 2015

अपराधियों के निशाने पर पत्रकार,सुरक्षा पर बना सवाल

सुरक्षा पर बना सवाल
सच्चाई सामने लाने वालों को मौत
सुनील के. हिमाचली
इन दिनों अपराधियों के निशाने पर पत्रकार आ चुके हैं। एक के बाद एक पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं। उनकी हत्या की जा रही है। सच्चाई सामने लाने के बदले उन्हें मौत मिल रही है तो वहीं पुलिस और प्रसासन चुप्पी साधे हुए हैं।

 खनन माफिया के खिलाफ मुहिम चलाने वाले मध्य प्रदेश के पत्रकार संदीप कोठारी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्यारों ने उनकी हत्या कर पहचान छुपाने के लिए उनकी लाश को महाराष्ट्र ले जाकर जला दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के पत्रकार जगेंद्र सिंह की हत्या का मामला अभी सुलझा भी नहीं था कि मध्य प्रदेश के एक पत्रकार को माइनिंग माफिया द्वारा जिंदा जलाए जाने की खबरें आई है। 40 वर्षीय संदीप कोठारी की लाश को रविवार शाम महाराष्ट्र के वर्धा जिले स्थित सिंडी इलाके में एक रेलवे ट्रैक के पास बरामद किया गया। कोठारी को मध्य प्रदेश के बालाघाट स्थित कटंगी इलाके से 19 जून की रात कुछ लोगों ने किडनैप कर लिया था। अगले दिन संदीप के परिजनों ने इस मामले की पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इस मामले की जांच किए जाने के बाद पुलिस ने 3 युवकों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों ने पूछताछ के दौरान कबूल किया कि नागपुर में उन लोगों ने संदीप को जलाकर दफना दिया था। पुलिस के मुताबिक, संदीप संबंधित इलाके के माफियाओं की अक्सर पुलिस में शिकायत करते थे जिसके कारण वो माफियाओं की नजर में थे। बीएसपी ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। वहीं बालाघाट के पूर्व विधायक किशोर समृति ने बताया कि संदीप को जानबूझकर दर्जनों केस में फंसाया गया था।
अपराधियों के निशाने पर पत्रकार,


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